रमजान मे जहां लगती थी लाखों की भीड़
लाॅकडाॅन मे खाली है सड़कें
जहां लोगों को रमजान मे दोपहर से लेकर सुबह सेहरी तक भीड़ और खाने पीने के एक से बढ़कर एक
पकवान खाने मिलता था आज वहां सिर्फ सन्नाटा पसरा हुआ है. मै बात कररहा हुं मुंबई के मिनारा
मस्जिद, खाउ गली, मोहम्मद अली रोड, पायधुणी, मस्जिद बंदर और भिंडी बाजार एरिआ की जहां
रमजान मे लोगों को चलने के लिए जगह नहीं मिलती थी. एक से एक पठानी कुर्ता, शर्ट पैंट,
नकाब, लेडीज कपड़े की दुकान, जुते चप्पल, टोपी , गमछा, तेल व अतर, सुर्मा मेहंदी और मिठाई की दुकाने
लोगों से भरी रहती थी. शाम मे तो चलने को जगह नही मिलती थी, लोगों को एक दुसरे को टक्कर
मारके आगे निकलना पड़ता था. जब शाम मे लोग मिनारा मस्जिद मे इफ्तार और नमाज के लिए लोग
इकट्ठा होते हैं तो नजारा देखते ही बनता है. नमाज और नमाजे तरावीह के बाद जो नजारा रहता मिनारा
मस्जिद खाउ गली का बड़ा ही खुशनुमा मंजर बनता है. आपको बता दें मिनारा मस्जिद खाउ गली मे
एक से बढ़कर एक खाने के आईटम जैसे, माल पुआ , फिरनी, शाही टुकड़ा, मसाला दुध, सुतरफिनी,
हरिसा, हलीम, चिकन लाॅलीपाॅप, सीक कवाब, चिकन गुर्दा, पेठा, चिकन तंदुरी, शोरमा, खीचड़ा, नेहारी, पाया,
बिरयानी, कवाब, कोरमा, तंदुरी, नान, अनानास जुस, एपल जुस, तरबुज की जुस, जैसे एक से एक खान पान की
चीजों के लिए लोगों की भीड़ उमड़ी रहती हैं. हिन्दु , मुस्लिम, सीख, इसाई, हर मजहब के लोग खान
पान का मजा लेने आते हैं अपने दोस्तों और परिवार के साथ. रमजान मे तो कई बार फिल्मी सितारे भी
आते हैं रमजान मे इस नजारे का लुत्फ उठाने. गलियां और बाजार पुरी तरह सजी रहती हैं चमकती रहती हैं.
खान पान के शैकीन लोगों के लिए यह जगह बहुत अच्छी मानी जाती है. लेकिन इसबार 2020 मे एसा कुछ
नहीं देखने को मिलेगा. हमें एसा लगा था कि रमजान के लास्ट तक थोड़ा लाॅकडान में नरमी होगी और बाजार
शुरु होगी लेकिन कोरोना के बढ़ते हुए केस को देखकर इतना तो पता चल ही गया है कि मई 2020 तक
टोटल लाॅकडान ही रहने वाली है हमारी जनजीवन. इस महामारी मे कोरोना से बचने के लिए जो गाईडलाईन्स हैं
उसे फाॅलो करके अपने घर पर ही रमजान और ईद मनाएं और अपने देश का खयाल रखें. और हमारे कोरोना
वाॅरियर के लिए भी दुआ और प्यार बरसाते रहें और कोरोना फ्री जिंदगी की उमीद बनाए रखें अच्छे वक्त भी
जरुर आएंगे.
लाॅकडाॅन मे खाली है सड़कें
Minara -Masjid-gali |
रोटी मजदुरी और मौत
जहां लोगों को रमजान मे दोपहर से लेकर सुबह सेहरी तक भीड़ और खाने पीने के एक से बढ़कर एक
पकवान खाने मिलता था आज वहां सिर्फ सन्नाटा पसरा हुआ है. मै बात कररहा हुं मुंबई के मिनारा
मस्जिद, खाउ गली, मोहम्मद अली रोड, पायधुणी, मस्जिद बंदर और भिंडी बाजार एरिआ की जहां
रमजान मे लोगों को चलने के लिए जगह नहीं मिलती थी. एक से एक पठानी कुर्ता, शर्ट पैंट,
नकाब, लेडीज कपड़े की दुकान, जुते चप्पल, टोपी , गमछा, तेल व अतर, सुर्मा मेहंदी और मिठाई की दुकाने
लोगों से भरी रहती थी. शाम मे तो चलने को जगह नही मिलती थी, लोगों को एक दुसरे को टक्कर
मारके आगे निकलना पड़ता था. जब शाम मे लोग मिनारा मस्जिद मे इफ्तार और नमाज के लिए लोग
इकट्ठा होते हैं तो नजारा देखते ही बनता है. नमाज और नमाजे तरावीह के बाद जो नजारा रहता मिनारा
मस्जिद खाउ गली का बड़ा ही खुशनुमा मंजर बनता है. आपको बता दें मिनारा मस्जिद खाउ गली मे
एक से बढ़कर एक खाने के आईटम जैसे, माल पुआ , फिरनी, शाही टुकड़ा, मसाला दुध, सुतरफिनी,
हरिसा, हलीम, चिकन लाॅलीपाॅप, सीक कवाब, चिकन गुर्दा, पेठा, चिकन तंदुरी, शोरमा, खीचड़ा, नेहारी, पाया,
बिरयानी, कवाब, कोरमा, तंदुरी, नान, अनानास जुस, एपल जुस, तरबुज की जुस, जैसे एक से एक खान पान की
चीजों के लिए लोगों की भीड़ उमड़ी रहती हैं. हिन्दु , मुस्लिम, सीख, इसाई, हर मजहब के लोग खान
Corona की दवा Israel, Britain, America और Italy ने बनाली है.
पान का मजा लेने आते हैं अपने दोस्तों और परिवार के साथ. रमजान मे तो कई बार फिल्मी सितारे भी
आते हैं रमजान मे इस नजारे का लुत्फ उठाने. गलियां और बाजार पुरी तरह सजी रहती हैं चमकती रहती हैं.
खान पान के शैकीन लोगों के लिए यह जगह बहुत अच्छी मानी जाती है. लेकिन इसबार 2020 मे एसा कुछ
नहीं देखने को मिलेगा. हमें एसा लगा था कि रमजान के लास्ट तक थोड़ा लाॅकडान में नरमी होगी और बाजार
शुरु होगी लेकिन कोरोना के बढ़ते हुए केस को देखकर इतना तो पता चल ही गया है कि मई 2020 तक
टोटल लाॅकडान ही रहने वाली है हमारी जनजीवन. इस महामारी मे कोरोना से बचने के लिए जो गाईडलाईन्स हैं
उसे फाॅलो करके अपने घर पर ही रमजान और ईद मनाएं और अपने देश का खयाल रखें. और हमारे कोरोना
वाॅरियर के लिए भी दुआ और प्यार बरसाते रहें और कोरोना फ्री जिंदगी की उमीद बनाए रखें अच्छे वक्त भी
जरुर आएंगे.
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