रोटी मजदुरी और मौत
Poor Labour Sitting for taking meals. |
कोरोना ने पुरी दुनया मे जो अपना असर दिखाया है पुरी दुनया को ही लाॅकडाॅन करना
पड़ गया और इसका असर सबसे ज्यादा गरीबों पर पड़ा है. एक एक गली मे
400 से ज्यादा लोगों को खाना खाने के लिए लाईनों मे लगना पड़ रहा है.
इसी से आप अपने देश मे गरीबी का दर समझ सकते हैं. मजदुर
जो अपना घर अपना गांव छोड़कर बड़े शहर रोजी रोटी की तलाश मे आते हैं.
यहां सुबह से शाम तक मेहनत कर के अधिकतर लोग रोड के किनारे ही अपना नींद
पुरा करते हैं क्युंकि मेट्रो सिटीज मे खाना और रहना सस्ता नही होता है. कहीं कहीं
तो एक छोटे से रुम मे 10 से 12 लोग भी रहते हैं. और कई सारे तो रोड के किनारे
छोटे छोटे जुग्गियों और झोपड़ों का 3 से 4हजार तक भाड़ा भर के बहुत कष्ट से
दो पैसा बचाकर अपने घर भेजते हैं ताकि उनके परिवार वाले भी दो वक्त की रोटी
सुकुन से खा सके. लेकिन अचानक किये गये लाॅकडान से एसे लोगों की कमर ही
टुट गई है. अपने देश मे गरीबी किस हद तक है ये हर किसी को मालुम है.
Corona की दवा Israel, Britain, America और Italy ने बनाली है.
16 labour died on raiwaytrack |
Hair Fall tips and Cure.
कोरोना और लाॅकडाॅन मे हमारे गरीब और मजदुरों ने बहुत धैर्य और संयम दिखाया
है लेकिन पेट की भुखमरी और बुरे वक्त मे अपने घर वालों के साथ नहीं हो तो इंसान
को परेशान कर देता हैं. एसे मे लोग अपने जान को हथेली पर लेके निकल रहे हैं.
बहुत ही दुखद दुर्घटना हुई 16 लोग 40 किलोमिटर से ज्यादा चले ताकि जंक्शन तक
पहुंच सके. मगर उनका सफर अधुरा रहगया और बेचारे अपने घर की आस लिए निकले
और जान से हाथ धो बैठे. काश सरकार इनकी मजबुरी पहले से समझलेती. और लाॅकडाॅन
करने से पहले ही ईनलोगों को अपने ठिकाने पर भेजने का प्रबंध करदेती तो ये हालात
नहीं बनती. और हमारे प्रवासिय भाईयों से भी विनती है कि इस संकट की घड़ी में
थोड़ा और धैर्य और संयम से काम लें आपकी जिन्दगी अनमोल है संकट की धड़ी जरुर
खत्म होगी .
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