इन सब देशों मे मस्जिद में होगी
ईद उल फ़ित्र की नमाज
रमजान तो लाॅकडाॅन मे गुजररही है पुरी दुनया का ही यही हाल है लगभग. एक पाकिस्तान मे
लाॅकडाॅन मे नरमी है जहां रमजान मे नमाज और तरावीह के लिए मस्जिदें खोल दी गई हैं.
जबकि कोरोना के मरीज पाकिस्तान मे भी 35,000 से ज्यादा होगए हैं. अपने देश हिन्दुस्तान में
तो 95,000 से भी ज्यादा लोग कारोना से ग्रस्त होचुके हैं एसे मे लाॅकडाॅन हटा दिया जाएगा ये
मुम्किन नही लगता एसे मे हिंदुस्तान के मुसलमानों को भी ईद घर पर ही लाॅकडाॅन के
गाइडलाईन्ज में मनाना पड़ेगा . ईरान में भी कोरोना का बहुत ज्यादा प्रभाव है
लगभग 115000 लोगों मे फैल चुका है . एसे मे ईरान मे ईद की नमाज के लिए मस्जिदें
खुलेगी के नही यह देखने वाली बात होगी. इसबार चीन के मुस्लिमों केे लिए मस्जिदें खुली
रहेंगी. चीन ने कोरोना वायरस से बहुत हद तक निपट लिया है और वहां के लोगो ने काम
धंधा करना शुरु कर दिया है एसे मे साफ साफ संभावना है कि मुस्लिम ईद की नमाज मस्जिद
मे ही अदा करेंगे. सउदी अरब , बहरीन, कुवैत , कतर, ओमान, दुबई, ईराक, अफगानिस्तान, जैसे
देशों मे भी ईद की नमाज मस्जिद में अदा की जासकती हैं वैसे सउदी मे सुबह 6 से 3 बजे
तक लोगों को आने जाने या सामान खरीदारी के लिए लाॅक डाॅन मे नरमी है और 3 के बाद
कोइ घर से बाहर नहीं निकलसकता ये नियम बनाये गयें हैं.
तुर्की मे भी ईद के नमाज केलिए मस्जिदें खुलेंगी और लोग ईद का नमाज पढ़ने आएंगे.
वैसे कोरोना का प्रभाव तुर्की मे भी कम नहीं है 1.5 लाख पार करचुका है अच्छी बात
ये हैकि मृतकों की संख्यां सिर्फ 4000 है. 1 लाख लोग ठीक भी होगए हैं
सेंट्रल एशियाइ देश तुर्कमेनिस्तान, कजाखिस्तान, ताजीकिस्तान, उजबेकिस्तान,
किरगिस्तान, अजरबाईजान, जैसे देशों में ईद की नमाज लोग मस्जिद में ही अदा
करेंगे क्युंकि इन सब देशों मे कोरोना का प्रभाव बहुत कम है.
तुर्कमेनिस्तान तो कारोना फ्री बताया जारहा है.
कुछ अफ्रिकन कंट्रीज जैसे लीबया, इजिप्त, अलजिरया, तंजानया, सोमालया, मोरक्को
आदि देशों मे मस्जिदों मे ईद की नमाज पढ़ाई जासकती है. अफ्रिका महाद्वीप मे भी
कोरोना का प्रभाव बहुत कम पाया गया है. ऑस्ट्रेलिआ मे भी लाॅकडाॅन खोल दिया
गया है तो ईद की नमाज के लिए लोग मस्जिद मे जासकेंगे. वहीं न्युजीलैंड मे भी
सिर्फ 1200 के लगभग कोरोना केस सामने आया है तो वहां भी पुरी संभावना है
कि लोग ईद की नमाज पढ़ने मस्जिद जासकेंगे, मलेशिया और ईंडोनेसिया मे भी मस्जिदों
में ईद की नमाज होगी वहां भी कोरोना का असर कम हुआ है . ज्यादातर
योरोपियन देशों और अमेरिकन देशों मे कोरोना का असर बहुत ज्यादा देखा
गया है तो मुमकिन है यहां कम्पलीट लाॅकडाॅन ही रहने वाला हैं. बेहतर होगा
इस महामारी को नजरअंदाज ना करें रमजान और ईद महामारी से बचते हुए
सिलेब्रेट किया जाए.
ईद उल फ़ित्र की नमाज
Islamic-Masjid |
रमजान तो लाॅकडाॅन मे गुजररही है पुरी दुनया का ही यही हाल है लगभग. एक पाकिस्तान मे
लाॅकडाॅन मे नरमी है जहां रमजान मे नमाज और तरावीह के लिए मस्जिदें खोल दी गई हैं.
जबकि कोरोना के मरीज पाकिस्तान मे भी 35,000 से ज्यादा होगए हैं. अपने देश हिन्दुस्तान में
तो 95,000 से भी ज्यादा लोग कारोना से ग्रस्त होचुके हैं एसे मे लाॅकडाॅन हटा दिया जाएगा ये
मुम्किन नही लगता एसे मे हिंदुस्तान के मुसलमानों को भी ईद घर पर ही लाॅकडाॅन के
गाइडलाईन्ज में मनाना पड़ेगा . ईरान में भी कोरोना का बहुत ज्यादा प्रभाव है
लगभग 115000 लोगों मे फैल चुका है . एसे मे ईरान मे ईद की नमाज के लिए मस्जिदें
खुलेगी के नही यह देखने वाली बात होगी. इसबार चीन के मुस्लिमों केे लिए मस्जिदें खुली
रहेंगी. चीन ने कोरोना वायरस से बहुत हद तक निपट लिया है और वहां के लोगो ने काम
धंधा करना शुरु कर दिया है एसे मे साफ साफ संभावना है कि मुस्लिम ईद की नमाज मस्जिद
मे ही अदा करेंगे. सउदी अरब , बहरीन, कुवैत , कतर, ओमान, दुबई, ईराक, अफगानिस्तान, जैसे
देशों मे भी ईद की नमाज मस्जिद में अदा की जासकती हैं वैसे सउदी मे सुबह 6 से 3 बजे
तक लोगों को आने जाने या सामान खरीदारी के लिए लाॅक डाॅन मे नरमी है और 3 के बाद
कोइ घर से बाहर नहीं निकलसकता ये नियम बनाये गयें हैं.
तुर्की मे भी ईद के नमाज केलिए मस्जिदें खुलेंगी और लोग ईद का नमाज पढ़ने आएंगे.
वैसे कोरोना का प्रभाव तुर्की मे भी कम नहीं है 1.5 लाख पार करचुका है अच्छी बात
ये हैकि मृतकों की संख्यां सिर्फ 4000 है. 1 लाख लोग ठीक भी होगए हैं
सेंट्रल एशियाइ देश तुर्कमेनिस्तान, कजाखिस्तान, ताजीकिस्तान, उजबेकिस्तान,
किरगिस्तान, अजरबाईजान, जैसे देशों में ईद की नमाज लोग मस्जिद में ही अदा
करेंगे क्युंकि इन सब देशों मे कोरोना का प्रभाव बहुत कम है.
तुर्कमेनिस्तान तो कारोना फ्री बताया जारहा है.
शोएब अख्तर ने ICC को अपने खतरनाक बाउंसर के विडयो क्लीप याद दिलाए .
कुछ अफ्रिकन कंट्रीज जैसे लीबया, इजिप्त, अलजिरया, तंजानया, सोमालया, मोरक्को
आदि देशों मे मस्जिदों मे ईद की नमाज पढ़ाई जासकती है. अफ्रिका महाद्वीप मे भी
कोरोना का प्रभाव बहुत कम पाया गया है. ऑस्ट्रेलिआ मे भी लाॅकडाॅन खोल दिया
गया है तो ईद की नमाज के लिए लोग मस्जिद मे जासकेंगे. वहीं न्युजीलैंड मे भी
सिर्फ 1200 के लगभग कोरोना केस सामने आया है तो वहां भी पुरी संभावना है
कि लोग ईद की नमाज पढ़ने मस्जिद जासकेंगे, मलेशिया और ईंडोनेसिया मे भी मस्जिदों
में ईद की नमाज होगी वहां भी कोरोना का असर कम हुआ है . ज्यादातर
योरोपियन देशों और अमेरिकन देशों मे कोरोना का असर बहुत ज्यादा देखा
गया है तो मुमकिन है यहां कम्पलीट लाॅकडाॅन ही रहने वाला हैं. बेहतर होगा
इस महामारी को नजरअंदाज ना करें रमजान और ईद महामारी से बचते हुए
सिलेब्रेट किया जाए.
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